ये कैसे रिश्ते बनाते हैं हम आज कल, किसी और को भुलाने के लिए नए लोगों से प्यार जताते हैं आज कल। वफादारी के नाम पर कसमें खाकर, प्यार के नाम पर दो मीठी बातें सुनाकर, दिल बहला लिए जातें हैं आज कल। देखते हज़ारों को दर्द में हैं हम, पर सोचते हैं, शायद तभी इश्क़ मुक्कमल नहीं हो पाते हैं आज कल।।
There is no need to make people aware about 'feminism'. There is a dire need to start awaring the upcoming gen of girl's and boy's about women in terms of equality, empowerment,love and care.