abhi sagar   (अभि 'सागर')
353 Followers · 92 Following

read more
Joined 27 February 2018


read more
Joined 27 February 2018
27 FEB AT 8:20

लोग कहते हैं
कि "चाय" सुकूँ देती है।
तो
बना भी दो न तुम
मेरे हिस्से की।।

-


18 NOV 2022 AT 9:24

सर्दी के इस मौसम में,
लोग कड़क "चाय" माँगेंगे।
मगर
तू हर सुबह बाहों में सिमट आना
मेरे लिए काफ़ी होगा।।

-


11 OCT 2022 AT 21:06

बादलों के पीछे छिपा हुआ चाँद हो
या मुझसे रूठकर बैठा हुआ चाँद हो
ख़ूबसूरती की मिसाल तो दोनों ही हैं।
एक आसमाँ में अठखेलियाँ करता है
तो दूसरी मेरे मोहब्बत के दरम्यान
लेकिन फिर भी कमाल तो दोनों ही हैं।।

-


3 OCT 2022 AT 8:55

हमको नहीं पता कि लोगों ने
तुमको क्या-क्या बताया है ।
पर सच तो ये है कि
वो "चाय" वाले कप
जिनपे लबों के निशान थे ना तेरे
उन्हीं से अपना कमरा सजाया है।।

-


2 OCT 2022 AT 13:09

सुनो ! अब तो अँधेरे भी बातें करते हैं।
ख़्वाबों में ही सही चल मुलाकातें करते हैं।

दिल जीत लूँगा मैं यूँ चंद मुलाकातों में ही
ऐसा दिल को अपने हम, बताते रहते हैं।

साथ तुम्हारे ही काटनी है ये ज़िन्दगी अपनी
इसलिए हम इश्क़ अपना, यूँ जताते रहते हैं।

और लोग कहते हैं मेरी लकीरों में, नहीं है तू
और हम बड़ी शिद्दत से इसको मिटाते रहते हैं।

नहीं मालूम "अभि" को कि कल होगा क्या
बस हम तो रिश्ते बड़े दिल से निभाते रहते हैं।।

-


2 OCT 2022 AT 8:38

तुझसे मिलकर
जाना मैंने
कि
सुलझ जाना नहीं
अपितु
उलझ जाना
है इश्क़ !!

-


2 OCT 2022 AT 8:33

सारी शर्तें क़ुबूल हैं मुझे
इश्क़ में तेरे ।
बशर्ते तुम हर सुबह "चाय"
पिलाती रहना ।।

-


24 SEP 2022 AT 11:21

"चाय" ठंडी कर के पीना
तो सिर्फ़ और सिर्फ़ बहाना था।
सच तो यह था कि
मुझे तेरे साथ में
थोड़ा और वक़्त बिताना था।

-


19 SEP 2022 AT 8:28

झूठ नहीं बोलता
ऐसा कतई नहीं कहूँगा।
लेकिन तुम्हारे और
तुम्हारे हाथों की "चाय" के
चर्चे बहुत है।

-


13 SEP 2022 AT 8:56

कुछ तो अलग मिलाती है
वो औरों से हट के।।
यूँ ही थोड़ी दीवाने हैं हम
"चाय" और उस के।।

-


Fetching abhi sagar Quotes