उसे शौक है गम छुपाने का, मैं माहिर हूँ अंदाज़ा लगाने मेंउसकी आदत है रूठ जाने की मैं हिचकिचता हूँ मनानें में। -
उसे शौक है गम छुपाने का, मैं माहिर हूँ अंदाज़ा लगाने मेंउसकी आदत है रूठ जाने की मैं हिचकिचता हूँ मनानें में।
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वो कुछ ख़्वाब ही तो थे कि शर्मिंदा हूँ मै और कुछ ख़्वाब ही तो है जो ज़िंदा हूँ मै -
वो कुछ ख़्वाब ही तो थे कि शर्मिंदा हूँ मै और कुछ ख़्वाब ही तो है जो ज़िंदा हूँ मै
झूठ से भरी दुनिया में सच्चा तो मै भी नहीं तुमको बुरा कैसे कह दूँ अच्छा तो मै भी नहीं -
झूठ से भरी दुनिया में सच्चा तो मै भी नहीं तुमको बुरा कैसे कह दूँ अच्छा तो मै भी नहीं
उसे शौक है ग़म छुपाने का मै माहिर हूँ अंदाज़ा लगाने में उसकी आदत रूठ जाने की मै हिचकिचाता हूँ मनाने में -
उसे शौक है ग़म छुपाने का मै माहिर हूँ अंदाज़ा लगाने में उसकी आदत रूठ जाने की मै हिचकिचाता हूँ मनाने में
जवाबों से भरा सवाल दिखता हूँ ख़ामोश समुंदर का ज्वार दिखता हूँ हमारी पूरानी तस्वीर देखी आज वैसे मै दिखू चाहे जैसा...! साथ तुम्हारे, मै कमाल दिखता हूँ -
जवाबों से भरा सवाल दिखता हूँ ख़ामोश समुंदर का ज्वार दिखता हूँ हमारी पूरानी तस्वीर देखी आज वैसे मै दिखू चाहे जैसा...! साथ तुम्हारे, मै कमाल दिखता हूँ
जवाब भी ना दे कभी कभी कितनी बाते बताती है मै कैसे पहले बात करूं मेरी धड़कने बढ जाती है -
जवाब भी ना दे कभी कभी कितनी बाते बताती है मै कैसे पहले बात करूं मेरी धड़कने बढ जाती है
मिलता हूँ लोगो से मुझे सुधरने को कहते है जीना सिखाकर खुद सा, मरने को कहते है -
मिलता हूँ लोगो से मुझे सुधरने को कहते है जीना सिखाकर खुद सा, मरने को कहते है
मै इश्क़ कहता हूँ, वो मज़ाक समझती हैमुझे पागल और खुदको गुलाब समझती है सीने में दिल लिए है ......पत्थर का, वो खामख़ा खुदको लाजवाब समझती है -
मै इश्क़ कहता हूँ, वो मज़ाक समझती हैमुझे पागल और खुदको गुलाब समझती है सीने में दिल लिए है ......पत्थर का, वो खामख़ा खुदको लाजवाब समझती है
ख़ामोश बैठ अकेले मुस्कुराना, मेरे यार!बहुत असान है इश्क़ बताना ..... -
ख़ामोश बैठ अकेले मुस्कुराना, मेरे यार!बहुत असान है इश्क़ बताना .....
मौत से पहले मै,कई दफ़ा मरना चाहता हूँ मै छुपकर तुम्हारा हँसना दखना चाहता हूँ -
मौत से पहले मै,कई दफ़ा मरना चाहता हूँ मै छुपकर तुम्हारा हँसना दखना चाहता हूँ