Aarti upadhyay   (Aarti Upadhyay✍)
383 Followers · 34 Following

😊😊
Joined 16 May 2021


😊😊
Joined 16 May 2021
8 MAY 2023 AT 10:51

निशां मिट रहे हैं पैरों के,
अब न कोई निशानी बाकी है!!



भूली बिसरी यादें हैं बस,
अब न कोई कहानी बाकी है!!

-


30 OCT 2022 AT 7:40

ए ज़िंदगी! है वादा मेरा,
ये साथ कभी न छूटेगा!
छूट भी जाए गर द़ामन तेरा,
ये एहसास कभी न छूटेगा!!

-


11 AUG 2022 AT 6:56

सजी रहे हमेशा आपके होठों पर मुस्कान*
*हर घड़ी मिले आपको सबसे मान-सम्मान*

*ना हो कभी खुशियाँ आपकी अधूरी*
*दुआ करेंगे हर ख्वाहिश हो जाए पूरी*

*रक्षा करे आपकी यह रेशम का धागा*
*भाई की कलाई पर जिसे बहन ने बाँधा*

🚥🚥🏵🚥🚥
👫रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं भाई 👫

-


3 JUL 2022 AT 12:27

"वो अश्क बहाते रहे"
हम बेवजह मुस्कुराते रहे!!

"एक दर्द था उनकी आंखो में"
हम फिर भी सताते रहे!!

"शायद इश्क हुआ था उनको"
और हम दोस्ती निभाते रहे!!

-


26 MAY 2022 AT 23:07

"वो बीता हुआ वक्त"
जो कभी न लौटकर आ सका
दे गया वो अनगिनत यादें
कुछ अच्छी कुछ बुरी बातें

"वो बीता हुआ वक्त"
जब भी हमने याद किया
कभी दिल में दर्द तो कभी
खुशी का एहसास किया

"वो बीता हुआ वक्त"
जब हमने महसूस किया
तो देखा एक दृश्य पुराना
जिसे देखे बीत गया था ज़माना

-


26 MAY 2022 AT 15:12

🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜
*अंग-अंग सजाया था*
खुशबू से महकाया था!!
"तब जाकर प्यारी धरती माँ ने"
अपने आँचल को लहराया था!!
🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜
*वसुंधरा ने जब रूप सजाया*
उगता सूरज भी शर्माया था!!
"घनघोर घटाएँ छाने लगीं"
पंछियों ने भी शोर मचाया था!!
🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜
*तन पर मेघपुष्प लपेटे*
मृदा से माँग सजाई थी!!
"शाखी पैरों में बाँधे"
छम छम करती आई थी!!
🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜
*कली-कली से पुष्प बनाकर*
हम सबकी बगिया को महकाया था!!
"करके श्रृंगार प्यारी धरती माँ ने"
हम सबका जीवन स्वच्छ बनाया था!!

-


9 MAY 2022 AT 20:23

"सूख जाते हैं गुलाब
अक्सर बंद किताबों में"
"इश्क फिर भी जिंदा रहता है
हमेशा एक-दूजे की यादों में"

-


7 APR 2022 AT 15:35

"बस उससे मिलने की चाहत
हो गई है मुझे उसकी आदत"

"वो मेरे ख्वाबों में है आती
आकर मुझको रोज हँसाती"

"क्या मिल पाऊँगा मैं उससे
क्या प्यार करेगी वो मुझसे"

"बन जाए वो मेरी महबूबा
मैं उसका आशिक कहलाऊँ"

"उसके आने की आहट पर
दिल मेरा भी शोर मचाए"

"जितना मैं चाहूँ उसको
काश वो भी मुझे चाहे"

"मैं राहों में फूल बिछाऊँ
वो मेरी जन्नत बन जाए"

"ना सुनी हो कभी किसी ने
ऐसी हमारी कहानी बन जाए"

-


14 FEB 2022 AT 7:28

नम हो जाती हैं आँखे
जब याद उस दिन की आती है
जब भी देखूं उस बेबस माँ को
शर्म से नजरें झुक जाती हैं
BLACK DAY
आखिरी सांस तक निभाके वफ़ा
वो क्यों हो गए हम सबसे ख़फा
जो कर गए वतन के नाम ज़िन्दगानी
अमर हो गई उन वीरों को कहानी— % &

-


14 FEB 2022 AT 7:12

🙏हिफाज़त करो हे भारत माँ🙏
•कब तक एक माँ की कोख को
तेरे लिए सूनी होना पड़ेगा माँ!!
•कब तक उन नन्ही जानों को
झूठा दिलासा देना पड़ेगा माँ!!
•कब तक एक महकते गुलाब को
इंतज़ार में मुरझाना पड़ेगा माँ!!
🇮🇳जय हिंद🇮🇳
🙏हिफाज़त करो हे भारत माँ🙏
•कब तक दुश्मन के बंधी बनकर
उनको सूली पर चढ़ना पड़ेगा माँ!!
•कब तक लहराते तिरंगे को
खून से लथपथ होना पड़ेगा माँ!!
•कब तक हमारे वीर जवानों को
मौत को गले लगाना पड़ेगा माँ!!

🕯पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि🕯— % &

-


Fetching Aarti upadhyay Quotes