🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜 *अंग-अंग सजाया था* खुशबू से महकाया था!! "तब जाकर प्यारी धरती माँ ने" अपने आँचल को लहराया था!! 🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜 *वसुंधरा ने जब रूप सजाया* उगता सूरज भी शर्माया था!! "घनघोर घटाएँ छाने लगीं" पंछियों ने भी शोर मचाया था!! 🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜 *तन पर मेघपुष्प लपेटे* मृदा से माँग सजाई थी!! "शाखी पैरों में बाँधे" छम छम करती आई थी!! 🏜🏜🏜🏜🏜🏜🏜 *कली-कली से पुष्प बनाकर* हम सबकी बगिया को महकाया था!! "करके श्रृंगार प्यारी धरती माँ ने" हम सबका जीवन स्वच्छ बनाया था!!
नम हो जाती हैं आँखे जब याद उस दिन की आती है जब भी देखूं उस बेबस माँ को शर्म से नजरें झुक जाती हैं BLACK DAY आखिरी सांस तक निभाके वफ़ा वो क्यों हो गए हम सबसे ख़फा जो कर गए वतन के नाम ज़िन्दगानी अमर हो गई उन वीरों को कहानी— % &
🙏हिफाज़त करो हे भारत माँ🙏 •कब तक एक माँ की कोख को तेरे लिए सूनी होना पड़ेगा माँ!! •कब तक उन नन्ही जानों को झूठा दिलासा देना पड़ेगा माँ!! •कब तक एक महकते गुलाब को इंतज़ार में मुरझाना पड़ेगा माँ!! 🇮🇳जय हिंद🇮🇳 🙏हिफाज़त करो हे भारत माँ🙏 •कब तक दुश्मन के बंधी बनकर उनको सूली पर चढ़ना पड़ेगा माँ!! •कब तक लहराते तिरंगे को खून से लथपथ होना पड़ेगा माँ!! •कब तक हमारे वीर जवानों को मौत को गले लगाना पड़ेगा माँ!!