तू जागती रहे और मै सौ जाऊ
तेरे पास आकर मैं रो जाऊ
तेरे कन्धे पर सर रख कर
मैं कही तुझ में खो जाऊ ,
तू थाम ले मुझे इस तरह
तेरी बाहों मैं आकर टूट जाऊ ,
तू मेरे माथे को चूमे इस तरह
मैं हर गम अपना भूल जाऊ ।।
के मैं तेरी खामोशी को पढू
बिन कहे ही सब कह जाऊ ,
के तू मेरी आँखों मैं देख कर
कुछ ऐसा गुनगुनाये
सुन कर जिसे हर खुवाहिश भूल जाऊ ।।
तू ऐसे रोकले मुझे इस दफा
के मैं अपने घर जाना भूल जाऊ ,
तू एक बार फिर से कहे
की में सिर्फ तुम्हारी हूँ ,
यकीन मैं एकबार फिर से कर जाऊ ।।
ज़िन्दगी तेरे साथ जी जाऊ
की तू जागती रहे और मैं सो जाऊ
तेरे खयालो में ऐसे खो जाऊ
के तू उठाये मुझे मुद्दतो से
और मैं हमेशा के लिए सो जाऊ।।।।
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