दिमाग कहां है खोया हुआ, कि कुछ सूझता नहीं
ख्याल परिवार का क्यों मन में आता नहीं
मुश्किलें सबकी जिंदगी में है , पर कोई बताता नहीं
कुछ कर दिखाने की काबिलियत तुझमें भी है,
बस तू पहचानता नहीं ।
पहचान खुद को , दे एक ओर मौका ओर जीत इस कामयाबी को
यह जिंदगी तोहफा है खुदा का
जो हर किसी को मिलता नहीं ।
तू आगे बढ़ ओर थाम ले जिंदगी को
सुन जिंदगी तुझसे क्या कहना चाहती है ,
फिर देखना तेरी काबिलियत
किस तरह तुझे एक नए रंग में ढालती है ।
बस तू मुस्कुराकर बढ़ आगे, बढ़ आगे ।।
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