बिखरे बाल, लम्बी दाढ़ी और नसेड़ी नैन है।कबीरसिंह नहीं बेटे! ये महादेव की देन है।।दुख नहीं कोई जीवन में बस ये सावन का मास है।दुखी हमे कोई कैसे करे जब हम शिव के दास है।। -
बिखरे बाल, लम्बी दाढ़ी और नसेड़ी नैन है।कबीरसिंह नहीं बेटे! ये महादेव की देन है।।दुख नहीं कोई जीवन में बस ये सावन का मास है।दुखी हमे कोई कैसे करे जब हम शिव के दास है।।
-
अपने हुस्न से तु बेखबर,मेरी नज़रों से देख ए खुश-नज़र। -
अपने हुस्न से तु बेखबर,मेरी नज़रों से देख ए खुश-नज़र।
खुदके ही अक्स से सहमा,बे-चेहरा, ये चेहरा। -
खुदके ही अक्स से सहमा,बे-चेहरा, ये चेहरा।
तु समन्दर का राहिल मैं समन्दर का साहिल हमारे रिश्ते में बस तु इस काबिल दुर चला जा या कर ले मुझे हासिल -
तु समन्दर का राहिल मैं समन्दर का साहिल हमारे रिश्ते में बस तु इस काबिल दुर चला जा या कर ले मुझे हासिल
तेरी हर गहराई को इस कदर छुना है कीतेरी हर आहट में मुझे मेरा नाम सुनना है -
तेरी हर गहराई को इस कदर छुना है कीतेरी हर आहट में मुझे मेरा नाम सुनना है
महेरबान! हमारी चुप्पी की यही सज़ा सुनाई जाएक्यूं न आज लबों से ही महोब्बत जताई जाए -
महेरबान! हमारी चुप्पी की यही सज़ा सुनाई जाएक्यूं न आज लबों से ही महोब्बत जताई जाए
नाम, ठाम, काम, हर बात से अंजान हूँबेवजह कोई पसंद आ रहा है -
नाम, ठाम, काम, हर बात से अंजान हूँबेवजह कोई पसंद आ रहा है
सुर, संगीत, सांझ, शराब सब कुछ ही तो सजा दिया हैतुम आओ तो सही मेरी जानइसबार खिडकियों पे पर्दा भी लगा दिया है -
सुर, संगीत, सांझ, शराब सब कुछ ही तो सजा दिया हैतुम आओ तो सही मेरी जानइसबार खिडकियों पे पर्दा भी लगा दिया है
वक्त जुटा रहा हूँ, बाँटने के लिएताकि वो भी किसी से बाँट सके -
वक्त जुटा रहा हूँ, बाँटने के लिएताकि वो भी किसी से बाँट सके
लोग बिखरने लगे हैलगता है तमाशा खतम् हो गया -
लोग बिखरने लगे हैलगता है तमाशा खतम् हो गया