Anu Chhangani 22 JUL 2018 AT 14:21 परेशां आँसुओ से, आँखों को पथरा रहे थे इक वक़्त से,खिलाफ़ यूँ हुई साजिशें कुछ कि ज़ुल्फों में बादल आ बैठे ।। - Furkan Ansari 25 MAR 2021 AT 10:12 हाय इस तरह रूबरू मत आया करो मेरे, जांनामुझको तेरे जुल्फ-ओ रुखसार से डर लगता है। - Mayank Tiwari 4 JUL 2018 AT 9:38 तुम यूं अपनी ज़ुल्फ़ लहराया न करोमोर गलतफहमी में पंख फैला लेते हैं। - Anuup Kamal Agrawal 24 JAN 2018 AT 12:23 आज हवा भी मदहोश हैलगता है ज़ुल्फ़ खुले हैं तुम्हारे - Urdu_Hindi Poetry 24 MAR 2021 AT 15:50 ज़ुल्फ़ /زلفबालों की लट/tresses - Shrey Saxena 7 MAR 2018 AT 2:22 मत छुपाइये ज़ुल्फ़ों से झुमकों की अदा को,थोड़ी सी बातचीत हया को भी कर लेने दीजिए । - Supriya Mishra 23 DEC 2017 AT 12:03 मुझसे इश्क़ कुछ यूँ निभा देना,मैं ज़ुल्फ़ सवारूँ, तू मुस्कुरा देना - Komal Rawat 19 JUN 2018 AT 18:20 वो जब भी मेरे चेहरे सेज़ुल्फ़ हटाता है..उस नर्म एहसास मेंजिंदगी का हर पल ठहर जाता है..सिर चूम कर जबआँखों से मुस्कुराता है शर्म से लब काँप जाते हैं..चेहरा खुद-ब-खुदउसके सीने में छुप जाता है...हाथ थामकर जबअंधेरों से दूर लाता है..उसके प्यार पर मुझकोतब और प्यार आता है..जब भी मेरी शरारतों सेएक पल को भी मुस्कुराता है..उस मासूम मुस्कान को देखइस दिल को सुकून आ जाता है... - Jyoti Shakya 12 NOV 2019 AT 17:14 आईना भी टूटने की साज़िश में है एक ख़बर सुनकरसंवारती है ज़ुल्फ़ आजकल वो किसी और को देखकर - Saket Garg 17 DEC 2017 AT 1:53 यह जो तुम्हारी ज़ुल्फ़ बार-बारतुम्हारे रुख़सार को छूती है नाउसे थोड़ा समझा लेना'मैं उससे बहुत जलता हूँ'- साकेत गर्ग 'सागा' -