मैं हिंदू तुम मुसलमां चलो बनाये हिंदोस्ता,
मैं धरती तू आसमां चलो बनाये हिंदोस्ता,
मैं जिस्म तू मेरी जां चलो बनाये हिंदोस्ता,
मैं पानी तू जलती शमां चलो बनाये हिंदोस्ता,
मैं गजल तू मेरी जुबां चलो बनाये हिंदोस्ता,
मेरी धड़कन मेरे हमनवां चलो बनाये हिंदोस्ता।
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