QUOTES ON #सुहाना

#सुहाना quotes

Trending | Latest
18 MAY 2018 AT 8:49

इश्क़ मुक्कमल होने को था
कि कमबख़्त सुबह के
शोर मे सब घुल गया..

-


6 NOV 2019 AT 18:38

इश्क में ऐसे-ऐसे मुकाम आये
चाह कर भी हम ना उनके काम आये
हम वो और एक सुहाना सफर हो
काश इतनी प्यारी भी कभी शाम आये

-


17 FEB 2022 AT 6:38

पलकों के उस पार का वो मंजर भी ख़ूब सुहाना रहा,
हक़ीक़त से जुदा 'ख्वाबों' में उनका आना जाना रहा l — % &

-



तेरे तो ख़्वाब भी इतने सुहाने होते है .......
दिल ही नहीं करता कि अगली सुबह हो ........

-


8 JUN 2020 AT 21:15

तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है

तिरछे तिरछे तीर नज़र के लगते हैं
सीधा सीधा दिल पे निशाना लगता है

आग का क्या है पल दो पल में लगती है
बुझते बुझते एक ज़माना लगता है

सच तो ये है फूल का दिल भी छलनी है
हँसता चेहरा एक बहाना लगता है

#कैफ़भोपाली

-


17 MAY 2020 AT 2:32

क़े सफ़र मेरा सुहाना है,
बेशक़ इसे मुझसे दूर कर दो(2),
और बैठा दो मुझको टूटी हुई नाव में,
बस मेरा सफ़र-एे-मुहब्बत मशहूर कर दो..

-


22 JUL 2017 AT 9:03

क्यों ये दर्द कभी पुराना नहीं होता?.
यादों का मौसम सुहाना नहीं होता?.

भूली बिसरी बातें आती है जब ज़हन में,
आँखों का नम होना रुलाना नहीं होता!

-


16 SEP 2021 AT 19:34

"कब से थे हम भी इंतज़ार में तुम्हारे, तुमने हमें पुकारा ही नहीं ।
सुनो... तुम चाय बना ही लाओ, इश्क़-ओ-सुकूँ बिन गुजारा ही नहीं ।।"
✒️
- Vishaal "Shashwat..."

-


31 DEC 2021 AT 19:22

आज एक और फ़िर साल गुज़र रहा है
रफ़्ता रफ़्ता सही बेमिसाल गुज़र रहा है

कही अनकही या जो भी हो मन में रही
लाजवाब सा हाँ हर सवाल गुज़र रहा है

क्यूँ कोई तकता नहीं राह गुज़रे हुए की
यादों से भी उसका जमाल गुज़र रहा है

दिल पत्थर सा क़ैद मैंने रक्खा ज़ेहन में
ओ अब खूँ का भी उबाल गुज़र रहा है

शिकायतें हो जितनी बचाये रखना तुम
बिना इनके कब ये 'बवाल' गुज़र रहा है

अब आसाईशों की समझदारी तुम देखो
मेरी ख़ुद ख़ुशी का मलाल गुज़र रहा है

-



पहले पहल एहसास सुहाना लगता है,
इश्क़ में बीता पल अफसाना लगता है!

रात की ख़ातिर क्यों जगता है बेचारा?
हम को तो ये चाँद दीवाना लगता है..!

तन्हाई की महफ़िल मुझसे बोल पड़ी,
तुझको दिल का रोग पुराना लगता है.!

हमको पता है उल्फ़त महंगी पड़ती है,
हसरत पर भारी जुर्माना लगता है..!

मुझको पता झूठ है उसकी बातों में,
सच से बढ़कर उसका बहाना लगता है!

दूर दूर तक सिर्फ़ उदासी बिखरी है,
उनकी ख़ातिर हंसते जाना पड़ता है.!

दर्द मोहब्बत में ख़ुशियों से बढ़कर है,
अश्क़ों का भी साथ निभाना पड़ता है.!

सिद्धार्थ मिश्र

-