आप मेरा शबर जानना चाहते हो,
तो सुनो.
मोहब्बत को गले लगा कर,
उसे ज़िन्दगी भर के लिए,
आज़ाद किया है हमने.
एक पंछी को,
प्यार के धागों की बेड़ियों से,
रिहा किया है हमने.
चाहते तो बेबस कर देते,
बेवफा कहकर उसे.
हाथो को उसके,
धड़कते अपने दिल पर रख देते.
वो जा ना सकती इतना मजबूर कर देते,
मगर हमने तो उसकी खुशी के लिए,
खुद को कुर्बान किया है.
एक पंछी को,
प्यार के धागों की बेड़ियों से,
रिहा किया है हमने.
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