तेरी ये जो सिसकियाँ हैं अब मुझे भी सुनाई देता है तु बैठी तन्हा मायूस हो तेरी तन्हाई महसूस होता है तेरी नयन आश्रु से भरे हुए हैं मुझको भी अश्रु से भींगा रही दूर हो कर हमसे तुम तो फिर भी तस्वीर देख निहार रही तु सितारों में तन्हा चाँद अकेली मैं भी बादल बन भटक रहा हूँ तेरी ओठों से मुस्कान चली गई तेरे बिन मैं भी बिखर रहा हूँ तुम भी रह रही हो तन्हा तेरे बिन मैं भी अकेला हुँ तेरे बिन बागों में रौनक नहीं अब तेरा इंतजार कर रहा हूँ नई किरणें फिर से खिलेंगे फिर से नई सवेरा लायेंगे ये वक्त जो ठीक नहीं चल रहा फिर से नई शुरुआत कर पायेंगे
एक मेरा प्यारा सा दिल, जो कभी तुमसे नफरत नही करता.. एक प्यारी सी तुम्हारी मुस्कान, जो कभी फीकी नही पड़ती.. एक मेरे प्यार का एहसास जो कभी कम नही होता...!
जब तुम चुनते हो मेरे सीने के उभार की जगह ह्रदय स्पर्शी आलिंगन!अधरों पे लाली की जगह उन की मुस्कान!आँखों में काजल की जगह उन की चमक!उस वक्त मैं तुम्हारे प्रेम में सँवर जाती हूँ!!
तेरा चेहरा है फूलों की तरह तेरी आँखे है जल की बुँदे की तरह ओठ है गुलाबी पंखुड़ियों की तरह खिलती रहना तु इन फूलों की तरह मुस्कान बिखेरना फूलों की महक की तरह बाते करती रहती रंगबिरंगी फूलों की तरह भूल ना जाना हमें पतझर की पत्तों की तरह