QUOTES ON #मनाना

#मनाना quotes

Trending | Latest
26 JUN 2020 AT 18:12

आज एक शख्स से शरारत हो गयी अंजाने मे
फिर पूरा दिन ही गुजार दिया उसको मनाने मे


कह गये कुछ ऐसा जो कभी न कहना था हमें
सवाल-ए-गिरफ्त की रात गुजार दी पछताने में


जगह जगह क्या निशानियों की छाप छोड़ी है
एक उम्र ही गुजार दी उन यादों को मिटाने में


रज़ा-ए-खुदा ही मानी थी मैने जिन्दगी अपनी
माहौल में ढल कर माहिर हो गये गम छुपाने में


क्या खूब रची हरएक नयी शाजिश मेरे खिलाफ
अक्सर सदियां बीत जाती हादसों को भुलाने में


बिखरती 'रूचि' जितनी बार नये सीरे से संवरती
योगदान है उस शख्स का मुझे बेहतर बनाने में

-


29 MAY 2019 AT 14:20

तुमने मुझे मना ही लिया..
जा रहे थे जब हम सब से दूर तुमसे दूर
तब लोगो की बातों को अनसुना कर तुमने
मुझे हाथ थाम गले से लगा कर मना ही लिया




-


3 JUN 2020 AT 13:13

मेरे बारे में क्या जानना है,
और तुम्हें क्या बताऊँ,
कह तो दिया कि,आम सा लड़का हूं,
अब क्या कोई झूठी कहानी बनाऊं,
ये जो हो जाते हो हर बात पे नाराज़ तुम,
ये तो बताओं कि और कितनी बार मनाऊ,
कुछ राज मेरे अपने है,
अब हर राज की वज़ह बताऊं,
पसंद हो तुम किस कारण से,
ये भी अब तम्हें लिख के बताऊं,
हर चीज़ में मेरी बुराई ढूंढते हो,
अब तुम ही बताओं क्या इतना बुरा हूं,
प्यार है तुमसे इसलिये चुप हूं,
कहो तो अपनी बुराई दिखाऊं ।

-


23 JUL 2019 AT 0:39

मेरा रूठना फिर तुम्हारा मुझे
बहुत खूबसूरत अंदाज़ से मनाना
मेरी आँखों से आंसू गिरते ही यू
अचानक गले लगा लेना ।।
तुम्हारा यूँ छोटी छोटी बातों पे
मुझसे लड़ना झगड़ना ।।
मेरी खामोशी को पढ़ लेना
मेरी आंखों में मेरी खुशी पहचान लेना
हाँ मुझे हर वो चीज़ पसन्द है जो
तुमसे शुरू होकर तुमपे
खत्म हो ।।


-


30 SEP 2020 AT 12:37

मुश्किल है उस इंसान को मनाना की जो दूसरो से नहीं पर
खुद से ही रूठ गया हो।

-


21 OCT 2019 AT 22:11

सौ वजहें देगा ये जमाना रूठ जाने को
गर तुम रूठ जाओगे
तो कौन आएगा हमें मनाने को..?

-


30 OCT 2019 AT 9:46

मैंने चाहा तब की बात,
वर्ना तुमने कब की बात!
याद तुम्हे बस आज का दिन,
भूल गई तुम तब की बात!
छीन के मुझसे मेरा दिल,
पूछे वो ये कब की बात!
फ़िर पंचायत बैठेगी तो,
होगी बेमतलब की बात!
अपनापन भी खो बैठोगे,
छोड़ो भी तकरार की बात!
दो पल की यह जिंदगानी,
कर लेते हम प्यार की बात!
_राज सोनी

-


16 AUG 2019 AT 19:13

दिल से गिले शिकवे मिटाये
दूरियों को अलविदा कहे ।।
नजदीकियों से हाथ मिलाये
चलो! आज फिर से कदम बढ़ाये
क्यों नाराज़गी को दे इतनी ।
एहमियत की वो हमारी ज़िन्दगी में
रहकर अपनी दुनिया सजाये ।।
आओ! रूठे हुए को मनाएँ ।

-


4 FEB 2019 AT 12:11

शायद इसलिए भी इश्क हमारे मुकद्दर मे नही,
क्योंकि मनाने का कोई खास हुनर मुझमे नही।

-


18 JUL 2018 AT 7:57

खुद से रूठना छोड़ दिया
आया नहीं जब खुद को मनाना

खुद को इतना तोड़ दिया
आया नहीं जब खुद को बनाना

खुद से मुँह भी मोड़ लिया
आया नहीं जब खुद को बुलाना

-