QUOTES ON #फांसी

#फांसी quotes

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8 JUN 2019 AT 12:44

एक छोटी सी बच्ची पर हवस अपनी निकालता है वो
औरत ही गलत है ,,कपड़े छोटे है ,,ये कामिया निकाल कर ,,अपनी कमियों को छुपाता है वो
नन्ही परियो को दिन दहाड़े लूट रहा है वो
बदन का हर हिस्सा नोच रहा है वो
हाथ में मोमबत्ती ले कर निकलने से कुछ नहीं होगा निकलना है तो हाथो में तलवार ले कर निकलो
जहां मिले आरोपी वाही काट डालो
तब पता चलेगा दर्द क्या होता है
ना जाने कब तक इस देश में लड़कियों की इज्जत लूटेगी,,ना जाने कब पापियों को उनके कर्मों की सजा मिलेगी,, निर्भया आसिफा ,,और अब ट्विंकल शरमा को बलात्कार और मर्डर की आग में झोंक दिया गया,, शरम आती है मुझे ऐसे समाज से

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31 JUL 2017 AT 14:35

किसी के लिए लिखने पर अगर सज़ा होती
तो मुझ को अब तक फांसी लग चुकी होती

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अधर्मियों के छातियों को हाथ से ही फाड़ दो।
जो देश, धर्म का नहीं उन्हें तो ज़िंदा गाड़ दो।
जो भी दोषी बच्चियों की सिसकियों का हो यहाँ।
वो काज़ी हों या ग़ाज़ी उनकी गर्दनें उखाड़ दो।।

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15 JAN 2020 AT 21:16

मुझको देखो
कुछ याद आया ?
चांद , ग़ुलाब , सितारे
फिल्म , पार्क , आईसक्रीम ,
या फिर जली हुई सूरत,
बिखरी हुई बाल और
फटि हुई साड़ी ,
वह रात , वह होटल और
वह बिस्तर ,,,
याद कर लो अच्छे से
क्यों की मे तुम्हारे हाथों में
मोमबत्ती नहीं बल्कि
तुम्हारे गले में फांसी
बन सकती हूं ।।

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2 SEP 2020 AT 0:33

• मन्नत के धागे •

आसमान की ख़्वाहिश में
मैंने पेड़ों को बाँधा
अर्ज़ियाँ ठुकराई गईं मेरी
कि
मैंने सृष्टि को फाँसी लगाई थी

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26 MAY 2020 AT 23:17

अंधेरे रात में निकली थी ,
तभी तो नोचा था दरिंदों ने ,
ये घटना दोपहर कि थी ,
अब बताओ क्या करें .....
और बाप ने लगा दी फांसी ,
वकील का ब्यान सुनकर ,
तुमरी लड़की ने पहल की थी ,
अब बताओ क्या करें .....

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7 MAR 2021 AT 8:21

क्या कहा! आपको भूल जाऊं मैं
उससे पहले फंदे से न झूल जाऊं मैं

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30 MAY 2020 AT 10:58

पेड़ पर धागो को फांसी दिलाकर,
मन्नतों ने अपना सफ़र शुरू किया..

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29 NOV 2019 AT 23:28

क्यूँ तुम अपनी ही माँ की कोख लजाते हो,
अपने ही पिता को खून के आँसू रुलाते हो,
तुम इंसाँ हो ?? अरे! जानवर है बेहतर तुमसे,
एक बेटी, एक माँ, एक पत्नी को मार आते हो,

कोई बद्दुआ भी दे तो भी कम है तुम्हारे लिए,
अंग अंग काटकर चौराहे पर तड़पाना होगा,
माफ करना ऐ मातृ शक्ति, इस बात पर मुझे,
तेरे बेटे को, एक बेटी की आह से मरना होगा,
अबके संविधान में ये कानून भी बनाना होगा,
हर बलात्कारी को फाँसी पर लटकाना होगा !

#dr. reddy





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6 MAY 2017 AT 10:32

शायद नया 'माल' है, मैंने देखा अब आप देखिए,
दो चार ताने कसिये, जी भर के आँखें सेकिए,
और फ़िक्र कीजिएगा नहीं 'गर विरोध भी हुआ,
'तेज़ाब' खुल्ला मिलता है यहाँ , चाहे जब फेंकिए...

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