प्यार से ढका जाना चाहिए ठीक वैसे ही जैसे ढक देता है आसमान धरती को पर धरा का वजूद जस का तस वहीं क़ायम . हम सभी को नीला आसमाँ होना होगा बिना किसी का आसमाँ छीने..
जो मीरा तुमने किया... कान्हा ने तुम्हे अपनाया नहीं फिर भी तुमने सिर्फ उसी को प्रेम किया, ना कहा उसे बेवफा, ना मिलन की उम्मीद की कोई सच मे तुम्हारा प्रेम सच्चा प्रेम था, ऎसा ही प्रेम मैं करना चाहता हूँ ए मीरा मैं तुमसा होना चाहता हूँ...