" सास बहु बनी सहेली "
आसाँ नहीं होता ,
सास से "सासू माँ" बन पाना,
घर में आई "बहुरूपी",
एक प्यारी सी ,
कोमल सी "कली" को,
सहेज के ,प्यार से ,
एक *मजबूत औरत* बनाना |
आसाँ नहीं होता ,
"सास" से"सहेली" बन पाना,
बहु के हिसाब से,
खुद को "मॉडर्न" बनाना,
खुद के हिसाब से,
उसे "ट्रेडीशन" सिखाना,
आसाँ नहीं होता "पास्ते",
"परांठे" को मिक्सकर,
* परास्ते *बनाना |
आसाँ नहीं होता ,
धीमे-धीमे अपने रिश्ते को ,
प्रगाढ़कर"सास बहू" से ,
"माँ बेटी" बन जाना,
आसाँ नहीं होता,
"अचार" और "मॉडन विचार",
को मिक्स कर , शिल्पी मेहरोत्रा
*खुशहाल परिवार* बनाना ||
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