सफ़र_ए_जिंदगी में
ख़्वाहिशे होती तो बहुत हैं,
पर पूरी हो जाए हर ख़्वाहिश
ये मुमकिन नहीं है।
ख़्वाहिशों के समुंद्र में
गोते हर कोई लगाता है,
पर उन्हें पूरा करने का जज्बा
कोई ही दिखाता है।
उस वक्त ओ बंदे सब्र रखना
कहीं कदम तेरे डगमगा न जाए,
जब तेरी सबसे बड़ी ख़्वाहिश
अधूरी रह जाए।
पूरी हो जाती है
जब ख्वाहिशें-ए-जिंदगी
तो खूबसूरत लगता है
सफर-ए-जिंदगी..!!
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