QUOTES ON #नईउम्मीद

#नईउम्मीद quotes

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4 JUL 2022 AT 10:00

उगते सूरज की ऊर्जा तो देखो ज़रा
कितना चमकता और मुस्कुराता है।

जो समय के साथ साथ चलता सदा
जीवन में वही हमेशा सफलता पाता है।

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1 JAN 2023 AT 1:03

सूरज के ढलते ही साल की आखरी रात आ गई,
मिलने की ख्वाहिश बस ख्वाहिश ही रह जाएगी,

सोच कर ये कि.. नया साल कुछ अलग होगा,
पर हफ्ते का वही वार और महीने की 1 तारीख आयेगी,

ये आने वाले नया साल में जो भी हो..
पर हर पल, पहले साल की यादें.. नए साल की हर तारीख लायेगी,

वक्त के वो काटे वही होगे, हर रोज की तरह वही समय होगा,
बस साल नया होगा और 2022 से 2023 तारीख बदल जाएगी|

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19 APR 2021 AT 6:36

रात चली गयी अब सुबह का वक़्त है,
फिर से नयी उम्मीदों के साथ एक पहल का वक़्त है,
तकलीफे तो रोज़ दस्तक दे ही जाती है ज़िन्दगी में दोस्तों,,
अब डर भुला कर, मुस्कुरा कर,, उन तकलीफों से लड़ने का वक़्त है....

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31 DEC 2021 AT 11:21

पलों के चादर में लिपटकर ,
ये साल भी कहीं गुज़र गया ..
लम्हा भी तज़ुर्बा लिए,
बीते वक़्त के पन्नो में जम गया….

कस्मे टूटीं,गुरूर टुटा,
गुज़रे साल में सबक सीखा….
इरादे ने जिद्द की,फिर से किया वादा,
दस्तक देता नया साल अब भी हँसता रहा!

फिर मेरे वसूल ने मुझसे पूछा…
क्यों है परेशां,किस सोंच में है डूबा?

जा जिंदगी से कह दे,थोड़ा ठहरे दो घड़ी,
जल्दी क्या है,मौत तो वहीँ है खड़ी…
समय नहीं रुकता किसी के रोके,तू भी मत रुक,
ये वक़्त है तेरा,इसे बदलना है जरूरी….

जा समेट ला जिंदगी,न कर इंतज़ार,
मत कर बहाने तू सौ-हज़ार…
कुछ कर दिखा,तू निखर जा,
नए साल में इस बार………..!!

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12 JUN 2020 AT 20:33

वक़्त ने रौंदा है, बुलंद हौसलों को,
इम्तहान लेने दीजिये, इस आबो-हवा को।

ज़ख्म और कितने लगेंगे,
स्वप्न और कितने टूटेंगे,
जिंदगी पर रहने दो पहरा, अभी
वक़्त ही पहनाएगा
जीत का सेहरा सभी को ।

बंधनमुक्त जीवन की कल्पना,
बस यार, अभी रहने दो, रहने दो अभी
चार जून बीतेंगे, सहलायेगी जिंदगी,
इक दिन आएगा जरूर
और नई राह दिखायेगा सभी को।

चंदन सा सुगंध, बेला की महक,
द्वार-द्वार महकेंगे, तभी
नवजीवन देने आएगा "रवि"
चपल हो, सकल जग को
नई उम्मीद दिखयेगा सभी को।

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31 DEC 2021 AT 22:45

जीवन में खुशी ,चेहरे पर हँसी ।
दिलों में राहत, ज़ख्मों पर मरहम ।
मुश्किलों से कट्टी ,सफलता से बट्टी।
अब न कोई परीक्षा ,बस उड़ने की इच्छा ।
अब न हो दुनिया ,दुःख से डगमग ।
आने वाला साल ,हो जाए जगमग ।

नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं!!

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18 FEB 2020 AT 7:45

"नई उम्मीद"

आई वो कुछ पल के लिए थी
मेरे अंदर सदा के लिए रह गयी।
जिस जख्म से मैं टूट चुका था
'हयात' उसकी मरहम बन गयी।।

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16 JUN 2021 AT 23:20

मेरे घर आना जिंदगी
देखो करना न कोई बहाना
करेंगे फिर से दिल्लगी ।
न लाना संग अपने वो डर का मौसम,
कहीं भूल आना जमाने का गम।
देखो करना न कोई बहाना
मेरे घर आना जिंदगी
करेंगे फिर से दिल्लगी ।
रौशन था घर मेरा जिनकी हँसी से ,
ले आना संग अपने मेरे उन दोस्तों को ।
पोंछ देना हर आँसू जो दिये वक्त ने हैं,
रख देना मरहम खुले घाव जो हैं।
देखो करना न कोई बहाना
मेरे घर आना जिंदगी
करेंगे फिर से दिल्लगी ।
नूपुर शर्मा




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