मास श्रावण, भक्ति "महादेव" की, गले में विराजे प्रिय "नाग देव" जी, भक्त है लीन सब भक्ति में उनकी, नागपंचमी के शुभ अवसर पर, "नाग देव" मनोकामनाएं पूरी करें सबकी।
हर घर में दिवाली हो, हर घर में दिया जले, जब तक रहे ये दुनिया तब तक संसार चले, दुख,दर्द,उदासी से, हर दिल महरूम रहे, पग-पग उजियालों में जीवन की ज्योति जले।
आस्मां की तरह दिल मे भी नेकदिली का महताब चमकने दो बेजुबान का गला काट कर नहीं गले लगाकर सबको त्यौहार मनाने दो पटाखे थोडे कम फोड़कर चौराहों पर हवाएं जरा साफ रहने दो खिलखिलाती,नफ़रतें मिटाती मुस्कानों से फिज़ाओं मे भाईचारा महकने दो रात भर बेवजह जगमग करती "लाइटिंग" के जुगनुओं को जरा आराम करने दो घरों में हो या जिंदगी में हो छाया अंधेरा मिटाने की कोशिश होने दो लालची जुबां की हजारों हसरतें जरा अधूरी रहने दो निवाले को तरसते पेट की भूख आज प्यार से मिटने दो प्रभु और खुदा का बंटवारा करना अब बस भी कर दो भगवान को मानने के साथ भगवान की भी हमें मानने दो अपनी अमीरी का झूठा दिखावा अब जरा कम कर दो किसी गरीब को चंद खुशियां देकर दिल की सच्ची अमीरी दिखा दो
-
Fetching #त्यौहार Quotes
Seems there are no posts with this hashtag. Come back a little later and find out.