दिल मे अजब हलचल है, यह खुमारी केसी है,
असर फ़िज़ां का मंदम मंदम, बसंत बयार की मस्ती है!
भ्रमर की गुनगुन फूलों पर, तितली महक से बहकी है,
आवारा दिल समझे कैसे, ये इश्क की जो सरपरस्ती है!
तेरे नाम से दिल जो ये धड़के, धड़कन बेसब्र जो होती है,
बिन आगोश के ये दिल ना माने, बेकाबू ये कश्ती है!
चले आओ मेरे चिलमन में,ये आंखे कब से तकती है,
इज़हारे मोहब्बत तुमसे है, इक़रार ही आखरी तसल्ली है!
___Mr Kashish
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