Komal Rawat 4 JUN 2019 AT 15:37 मरते होंगे लोग आप परमिलकर आपसे हम तो जी उठे हैं - Anu Chhangani 11 FEB 2018 AT 18:21 मेरी मंजिल को छलावा, मेरे सफ़र को जो भटकना बता रहे थे,वहीं थे जो कभी चले नहीं ख्वाबों की राह, जी रहे थे बस और उसे जीना बता रहे थे !! - AAkanksha Tripathi 4 OCT 2017 AT 22:56 प्यार और जख्म में बस इतना फर्क पाया...की प्यार ने दिया सहारा ,और जख्म ने फिर से जीना सिखाया.....😕😕 - Tanya Sharma 9 OCT 2020 AT 9:49 समाज से आगे कब बढ़ोगे, आज एक बार फिर से हारोगे, तभी कल तुम उच्चाईयाँ छु सकोगे,अब कब तक तुम ऐसे रुकोगे,जीना कब शुरू करोगे ll - R a J 25 DEC 2020 AT 13:55 जब से तेरा साथ हुआ 😉 - Shubhi Khare 10 SEP 2018 AT 21:50 भागने में निकल रही मेरी ज़िन्दगी,जीना मेरा रुक सा गया है! - Anu Chhangani 4 JUN 2018 AT 8:48 अदाओं से, दाँव-पेंच हूबहू करने लगे है वो ..जो मौत की दहलीज़ पर रहकर जीना सीखे ही नही !! - Anu Chhangani 14 APR 2018 AT 10:31 हवा बंद होने को थी,वो साँसे थमा गया !! - Amol Gade 11 MAR 2019 AT 9:38 ज्यादा मुश्किल भी तो नहीं है जिंदगी जीना,बस जिंदगी सिखाती जाएगी और तुम अच्छे छात्र की तरह सीखते रहना। - Arif Alvi 12 JUN 2019 AT 7:44 जीतेगा वही इन्सान जिसने हार चखी होगीमंजिल मिलेगी गर वक़्त की मार चखी होगीखेल कूद में चाहे कितनी भी गुज़ारी है ज़िन्दगीकामयाबी है गर माँ-बाप की फटकार चखी होगीकिसी के दर्द की इन्तेहा को तुम समझ कर देखोदिल दुखेगा गर आँसुओं की बौछार चखी होगीमंजिल सबको इक ना इक दिन मिल ही जायेगीचमकेगा वही जिसने ठोकर कई बार चखी होगीमुझे जीना आता है और मैं जी भी लूँगा ज़िन्दगीजी लेगा गर दोज़ख़ की आग बेश़ुमार चखी होगीदूसरों के लिए ज़हर उगलने से क्या होगा "आरिफ़"बात तो तब होगी जब श़र्म मिरे यार चखी होगीइबादत करके "कोरे काग़ज़" तभी नेकियों से भरेंगेज़िन्दगी झूठ की स्याही को कर दरकिनार चखी होगी -