वक़्त वक़्त की बात है,
कभी दिन तो कभी रात है।
बंजर ज़मीन पर ख़्वाब हैं,
तो कहीं आंँसुओं की बरसात है।
ज़िन्दगी की हसीन शुरुआत है,
कभी ज़ालिम हर हालात हैं।
परिंदों की बांहों में नीला आकाश तो कहीं,
सागर में छुपे अनगिनत राज़ हैं।
कहने को तो अपनों का साथ है,
फ़िर भी कहीं दिल उदास है।।
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