बस इतनी सी गुजारिश थी,
जब भी मैं भटकूं , सही राह तू मुझे दिखाना,
जब भी मैं कहीं खो जाऊं, ढूंढ तू मुझे लाना,,
जब मैं कभी हताश परेशान हो जाऊं,
तुम मेरा हौसला बन जाना,,
जब कोई बात तुझे ,मेरी अच्छी ना लगे,
तुम मुझसे कहने से कभी न कतराना,,
जब तुझे कोई समस्या हो,
मदद के लिए तुम मुझे भी बुलाना,,
जब मैं पड़ूं किसी उलझन में,,
तुम साथ मेरे उसे सुलझाना,,
जब मुझे दर्द हो तुम दवा बन जाना,,
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