YQ Sahitya 26 JUN 2019 AT 12:21 "जब खरगोश सो कर उठा, उसने देखा कि कछुआ आगे बढ़ गया है, उसके हारने और बदनामी के स्पष्ट आसार हैं। खरगोश ने तुरंत आपातकाल घोषित कर दिया" - Anuup Kamal Agrawal 7 JUN 2018 AT 8:50 मैं सपने देखता रहा ख़रगोश की तरहजिंदगी कछुए की चाल से आगे बढ़ गयी - Anuup Kamal Agrawal 4 APR 2020 AT 7:49 शरीर जब कछुए सा हो जाता हैदिमाग खरगोश बन जाता है - Anuup Kamal Agrawal 27 JUL 2019 AT 7:15 जो कभी खरगोश सी तेज़ भागा करती थी,अब कछुए से भी धीमी चलने लगी है। - Anuup Kamal Agrawal 30 NOV 2019 AT 16:43 खरगोश से अपराधकछुआ सा न्याय - Anuup Kamal Agrawal 22 MAY 2017 AT 22:14 एक कछुआ था और एक खरगोश। दोनों दिल्ली की और दौड़े। खरगोश दौड़ दौड़ कर सी.एम.की कुर्सी तक पहुँच गया और थकान मिटाने लगा। कछुआ धीरे धीरे पी.एम. की कुर्सी तक पहुँच गया। दोनों में एक समानता थी, जनता को उल्लू बनाने की। - Anuup Kamal Agrawal 23 MAY 2017 AT 3:25 आते वक़्त नींद आयी थी कछुए पर और यादें खरगोश पर होकर सवार। जाते वक़्त दोनों ने अपने वाहन बदल लिये। - Roli Abhilasha 30 NOV 2019 AT 17:18 एक दिन बंद हो जाएगायह भी अध्याय - Mahendra Inaniya 25 JUL 2021 AT 17:17 प्रेम में खुशी गम आते हैं झटके से बिल्ली की तरह झटके से ही जाती भी हैं खुशी!किंतु गम जाते हैं धीरे-धीरे, छुपते से,चूहे की तरह। - Anuup Kamal Agrawal 3 JUN 2021 AT 11:07 कछुए सी मेरी ज़िंदगी में आयी थी तुम।प्रेम ने मेरे तुमको खरगोश बना दिया? -