पुनर्जागरण
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बहुत ही कम, ऐसे देखें हैं हम,
तर्क देने का अंदाज़!
जो लगता है खुद की बेगुनाही का .................My few words - Get up!
प्रदर्शन लाजवाब।
सत्य सदा माना है बिन देख
गहराईयों को तह तक।
विश्वास जो है इतना जो
खींच लाए नींद सुबह तक।
हाँ कभी न कभी उठना होता है तो
एक दफ़ा पुन: उठिए जरूर।
क्या पता कब ये जिंदगी, मुकाम से ..............Achieve your dreams!
रूबरु हो जाए, न रूठिए हुजुर!
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