भूल गया हूं तुम्हे अब याद ना आना तुम,
गवारा नही जिक्र तेरा अब याद ना आना तुम,
जज्बातो को अश्को में बहा चुका हूं
तेरी यादों को दिल से मिटा चुका हूं,
रहा नही अब कुछ तेरा मेरे पास,
जो था तेरा लौटा चुका हूं,
वो झूठा प्यार अब ना जताना तुम,
के भुला चुका हूं तुम्हे अब याद ना आना तुम,
हो तो जाउ में भी पल भर में किसी का,
पर जो हर किस पर आ जाये,
में वो दिल कहा से लाऊ,
वो जज्बात कहा से लाऊ,
वो एहसास कहा से लाऊ,
के भूल चुका हूं तुम्हे अब याद ना तुम,
मालूम नही था हमे मोहब्बत क्या होती है,
जो तुझ से मिला तो सोचा तुझ सी होती है,
पर जब इश्क़ ही नही तो इन्तेजार कैसा,
और जो बेवफा हो जाये वो यार कैसा...!!
ak...writes
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