लो मान लिया तुमको किसी से प्यार नहीं
बरसों के इंतज़ार में इकरार तुमसे हुआ नहीं
तुम्हारे दिल का हर कोना अभी मिटा नहीं
तुमको फ़िर भी ज़िन्दगी से कोई गिला शिकवा नहीं..
बस इतना कहुँगी,
उस हँसी में छुपा दर्द महसूस किया है मैने
निडर आँखों में पत्थर दिल बन जाने का डर देखा है मैने
तुम जितना मर्ज़ी छुपा ले जाओ..
उस खामोशी में गूंजती चीख को सुना है मैने ❤
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