खुद सम्भल तूं
खुद सम्भल तूं ,इस दुनियां से लड़ तूं ।
छोड़ उसके पीछे भागना जिसको कदर नहीं तुम्हारा ।
खुदपर विश्वास करके आगे बढ़ तूं ।
खुद सम्भल तूं , इस दुनियां से लड़ तूं ।
खोल अपनें पर को उड़ान भर तूं ।
कौन अपना कौन पराया ये पहचान तूं ।
सिर्फ दिल से नहीं दिमाग से भी सोच तूं ।
खुद सम्भल तूं , इस दुनियां से लड़ तूं ।
एक को चले जाने से जिंदगी ।
खत्म नहीं होती ये समझ तूं ।
दूसरे पर भरोसा करना छोड़ खुदपर भरोसा कर तूं ।
खुद सम्भल तूं इस दुनियां से लड़ तूं ।
कोई तुम्हें काली, मोटी, पतली, पिंपल फेस कहे ।
ये सब नजरअंदाज कर खुदको एक्सेप्ट कर तूं ।
गलत होता देखकर आवाज उठा तूं ।
खुदसे प्यार कर तूं ।
खुद सम्भल तूं इस दुनियां से लड़ तूं ।
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