औरत तेरी यही कहानी आंचल में है तेरा दूध आँखों में है पानी
बचपन में माँ बाप की है तू लाडली कह लायी है माहा रानी
फिर भी न जानने पराया धन तू क्यों कहलाये ,
औरत तेरी यही कहानी आंचल में है तेरा दूध आँखों में है पानी
जवानी में पिया घर आयी उसने जेसा चाह नाच नचायी, जब चाह प्यार किया जब चाहा दुतकार दिया !
फिर ये बच्चो की माँ कहलायी , वो भी माँ का दर्द ना जाने जरा जरा सी बात पर मारे ताने
क्यों बच्चे माँ का दर्द न जानने, प्यार भरी ममता को न पहचाने
औरत तेरी यही कहानी आंचल में है तेरा दूध आँखों में है पानी
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