ये ज़िंदगी उरूज़ है, ज़वाल है पता नहीं
जवाब है, सवाल है, कि ख्याल है, पता नहीं
किसी ने कहा, मुझे कभी तो मंज़िल मिलेगी ही
मेरे लिए ये खुशी है, कि मलाल है, पता नहीं
किताब ए ज़िन्दगी में कहीं लिखा मिला नहीं मुझे
ख्वाबों को पूरा करना हराम है, कि हलाल है पता नहीं
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