मैं परेशान हूं,,,क्या सही ओर क्या गलत है सोचकर,,,
इसकी वजह कोई एक नहीं अनेक है ।।
ओर मैं किसी का नाम नहीं लूंगा,,,
मैं भारतीय हूं ओर हम सब एक है ।।
यूं राज्यों में बंटवारा हो गया,,,
ये तेरा वो मेरा हो गया ।।
दुश्मन हो गए है आज एक दूसरे के सभी,,,
सभी की जुबां से भारतीय खो गया ।।
बस अपने राज्य से प्यार हुआ,,,
किसी दूसरे से क्या लेना मुझे ।।
बस इतनी सी सोच रह गई इनकी,,,
इस राज्य को ही देश बनाना है मुझे ।।
अपनी बातों में जाति का नाम लेते हो गर्व से,,,
मैं भारतीय हूं ये आजकल मैंने सुना नहीं ।।
ओर दंगे फसाद में बेकसूर मरते है जनाब,,,
इसमें कोई दो राय नहीं ।।
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