ऐ मोहब्बत सुन परहेज़ है मुझे तुझसे
तू ऊँगली करती है मेरे माँ के संस्कार पर
तू ऊँगली करती है मेरे पापा के अभिमान पर
ऐ मोहब्बत सुन परहेज़ है मुझे तुझसे
तू ऊँगली करती है मेरे भाई के अंदाज़ पर
तू ऊँगली करती है मेरे बहन के विश्वास पर
ऐ मोहब्बत सुन परहेज है मुझे तुझसे
तू ऊँगली करती है मेरे स्वाभिमान पर
तू ऊँगली करती है मेरे परिवार पर
ऐ मोहब्बत सुन परहेज है मुझे तुझसे।।
Swatichaturvedi
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