एक पिता ही है, जो इतना करता हैं...
यूं तो बहुत, गम सहकर भी चुप रहता हैं
पर अपने बच्चो, को खुशियां देता हैं
एक पिता ही है, जो इतना करता हैं
यूं तो हर चुनौती को, पार कर जाता हैं
पर अपने बच्चो की, हर ख्वाहिश पूरा करता हैं
एक पिता ही है, जो इतना करता हैं.....
यूं तो तुम्हारी हर राह पर, फूल बिछा देता हैं
पर खुद, काटो पर चलता हैं...
एक पिता ही है, जो इतना करता हैं...
तुम्हारी मंज़िल को पाने में, पहला कदम वो रखता है
पर तुमसे कुछ लेने, की उम्मीद नहीं रखता हैं
एक पिता ही है, जो इतना करता हैं....
तुम जो भी करो, अच्छे की दुआ वो करता हैं
पर बुरा होने पर, खुद पर ले लेता हैं
एक पिता ही है जो इतना करता हैं...
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