जरूरत थी इसलिए मनाने, समझाने आया था,
पलट कर देख किताब का आख़िरी चरण शायद याद आ जाए हर बार की तरह,
लेकिन मज़े की बात तो देखो जनाब उनके जवाब का,
उन्हें फिक्र नहीं किसी की, Tinder जैसों की कतार है खुद उनके पास,
और अब वो हमसे वफ़ा की गुजारिश भी रखते हैं।
ताहजुब हैं..!!
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