हर इंसान का दर्द बहुत गहरा होता है। ना तो आप उस गहराई को नाप सकते हैं और ना ही उसे ढक सकते हैं, लेकिन फिर भी हंसते हुए गुजार लेते हैं उस इंतेज़ार में जब हर सुबह की किरणों पर अपना नाम लिखा होगा और कामयाबी हमारे साथ मिलकर खड़ी होगी।
आज़मा लिया तुझे.. उम्मीद की बात मत कर! *** सब खत्म करके.. अब शुरुआत मत कर! *** बहुत मुश्किल से.. संभाला है ख़ुद को! *** तू फिर लौट कर.. सब बर्बाद मत कर!