१. आज की रात कुछ ख़ास है ।
कोई भी है नही मेरे करीब ,
फिर भी नाजाने क्यों मुझे ,
लग रहा कोई तो मेरे पास है ।
२. चाँद का भी कुछ नया आस है ।
मौसम भी इस रात रोमानी है ,
इन चाँद तारो के नीचे सोके ,
आज लग रहा मुझे विलास है ।
३. तारे भी आज कुछ ज्यादा पास है ।
लगता है आसमानो से आवेदन लिखके ,
मेरा चादर बनने खातिर इस रात ,
लेके आये प्रभात तक का अवकाश है ।
४. हवाएं भी बह रही आज ज्यादा आसपास है ।
कुछ गीत भी ये सुनाती है आज ,
कानो से गुजरते हुए धीरे से ,
जिस्म को भी छूके जा रहा ये खास अहसास है ।
५. आज उत्साह भी ब्रह्मकमल का पलाश है ।
आज रात खिलने का मन है इसका ,
दिल को मेरे आज सुकून मिलेगा क्योंकि ,
बहुत दिनों से मुझे इस रात का ही तो तलाश है ।
६. इस रात में कुछ अनोखी सी साँस है ।
यह रात से प्यार करने लगा हु मैं ,
अब और जुदा नही होना मुझे ,
क्योंकि आज की रात कुछ ख़ास है ।
-Sayon Mondal
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