Sourabh Acharya 20 APR 2017 AT 18:04 हूँ इश्क़ का सा नज़्म मैंमैं कलम का रुझान हूँहै जानता हर एक हर्फ़मैं ज़र्द रेगिस्तान हूँ{( Full Poetry In Caption )} -