S Jain 12 SEP 2021 AT 13:29 माना कि ; तुम्हारी कलम के उठने से,कुछ चेहरों की बनावट बिगड़ेगी ...भावों का समुंदर लहरें लेकर उठेगा,पर वो ठहरेगा भी अवश्य...सो तुम कलम उठाना,जरूर उठाना... - Awtar Singh 17 FEB 2018 AT 20:51 तेरे आंसुओ के दरिया भी, मेरे दिल की आग को न बुझा सकते -