Deepak Shah 10 JUL 2018 AT 17:55 न जाने किस कोने सेतीखी, गहरी टीस सी उठती हैहाथ बारहा सहलाते भी हैंइस दर्द को,ज़ख़्म काएहसास भी ज़िंदा हैमगर!न लहू रिस्ता है इससे,न नज़र आता हैवो ज़ख़्म दिल का,हाँ! जो वक़्त के साथ भीगुम नहीं होतीये कोई "गुम चोट" ही है - shaista khan(बउआ) 20 SEP 2021 AT 12:55 Nazre jo milaai thi kl unki nzar seNazar hi naa hat rhi thi unki traf se Dil n kaha tham le khud ko aye shah zraQki tu uski nazr m kuchh b nhi..... نظریں جو ملائی تھی کل انکی نظر سےنظر ہی نا ہٹ رہی تھی انکی طرف سےدل نے کہا تھام لے خود کو ذرا ائے شاہکیو کی تو اسکی نظر میں کچھ بھی نہیں ۔🙂 - Deepak Shah 11 JUN 2018 AT 18:18 शुक्रिया तेरा ये शिकायत तुझी से है,कोई हो रू-ब-रू हिकायत तुझी से है - Deepak Shah 16 JUN 2018 AT 15:23 अपना दिल तो उसको भी ख़ुदा कहता है,इसका भी अपना ही कोई बहाना है - shaista khan(बउआ) 26 DEC 2021 AT 19:46 सुनो ना ! बिगड़ा नवाब तो नहींशरीफ सा एक शहज़ादा हैजो दिल मे बस गया वो बढ़ा भोला भाला हैकोशिश बहुत की भुलाओ उसेपर दिल हाय उसी पर अटक गया, मत पूछो कितना परेशान करता हैये नादाँ दिल जो है न बढ़ा हैरान करता है। इश्क़ की बगावत रोज़ होती हैउन्हें पाने की चाहत रोज़ होती हैसंभालों शा कैसे खुद कोक्यूकी शहज़ादा हमें ख़्वाब मे तंग जो बहुत करता है। - Deepak Shah 28 SEP 2018 AT 20:28 मत पूछ तू कि ये किसकी ज़ुबाँ है,बस देख तू ये किसकी दास्ताँ है - shaista khan(बउआ) 30 MAY 2021 AT 11:31 Baag-e-gul hoYa ho tm koi khushbo-e-chamanHai kirdaar tmhara itna saafMaano jaise koi ho paak qafanLikh to do tmhare bare m bohut khuchhPr suru kaha se kro na aye samjhHai khwahish ki apni mohbt koTmhare dil m utaaro aye ShahPr iss adhuri khwahish kiPori hasrat ho tum. 😇 - Deepak Shah 19 JUL 2018 AT 9:28 बड़ी सुस्त रफ़्तार से चल रहा है ये किस्सा,हर लफ़्ज़ इसका कोई अफ़साना लगता है - Deepak Shah 15 JUL 2018 AT 23:32 मुझ से बात करो कब से इन्तिज़ार है,मुझे सुने कब, दिल तेरा तरफ़दार है - Deepak Shah 18 JUL 2018 AT 9:42 देह की मट्टी को इत्र सा महका दिया,इन एहसासात की बरसात नेजब रूह को भिगा दिया -