किसी ने पूछा तेरे मुस्कान के बारे में,
मैंने 'अवध की शाम' लिखा!
किसी ने पूछा इक खूबसूरत लफ्ज़,
मैंने 'तेरा नाम' लिखा!
किसी ने पूछा तेरा नूर बयाँ करूँ,
मैंने क़ुदरत का 'सबसे सुंदर काम' लिखा!
किसी ने पूछा बोलती कैसा है,
मैंने 'बंशी बजाते श्याम' लिखा!
किसी ने पूछा कितना निर्मल है व्यवहार,
मैंने 'गंगा का पानी और चारो धाम' लिखा!
किसी ने पूछा तेरा उसका मिलन कैसे,
मैंने 'अच्छे कर्मो का ईनाम' लिखा!
किसी ने पूछा क्या रिश्ता है तुम्हारा,
मैंने 'सीता और श्रीराम' लिखा!
-