(😍चाहत😍)
मैं चाहती हूं वो पल कभी दूर न हो,
जिसमें मैं और तू बैठे हो किसी पेड़ की छांव में,
आसमां में तेज़ी की धूप खिली हो!
जैसे कोई प्रेमिका अपने प्रेमी से मिली हो!
मैं चाहती हूं वो पल..............
चारो ओर प्यार का मौसम और महोब्बत का नज़ारा हो,,
उस हसीं पल तू सिर्फ और सिर्फ हमारा हो!
हसीं झोखों को चुराकर,तूने मेरी लटों की सवांरा हो!!
जैसे सारी दुनियां से छुपाकर बस तूने हमे निहारा हो,,
मैं चाहती हूं वो पल................
न कोई सुनने वाला हो,न कोई सुनाने वाला हो!!
बस तू एक प्यार सिखाने वाला हो!!
मैं चाहती हूं वो पल ...............
___To be continue___
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