आँधी चाँद हूँ, तेरे बिना
आंसमा की अधुरी चमक हूँ, तेरे बिना
सैकड़ों की भींड में इक अकेली
ख्वा़ब हूँ, तेरे बिना
हर लम्हा बेकरार हूँ, तेरे बिना
आँधी चाँद हूँ, तेरे बिना
कई धूप, कई छांव
हर शाम उदास हूँ, तेरे बिना
ना दिन ढलता, ना रात गुज़रती
तारों के बीच,
अकेली चाँद हूँ, तेरे बिना
आँधी चाँद हूँ, तेरे बिना..
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