फूलों की राह पर चले थे
लेकिन काँटो से भी ताल्लूक हुआ
इस गम भरी ज़िन्दगी में हमारी
मुलाकाते कुछ खुशियोँ से भी हुए है
मन की रित, मन की प्रीत
कोई नजाने इस दिल की दास्तां
को हजारो गम सीने मे दबाएँ
ये मन भंवरा सा गुमे .....
सब को एक खुशी की लहर
दे जाता और अपने दिल मे
दबे हर दर्द को छुपा जाता..!!
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