समझ होनी चाहिए, उम्र का क्या है ? भले छोटी हो या बड़ी ..
उपलब्धि पाना आसान बने, चाहे सफलता छोटी या फिर बड़ी ..
सोच हो बहुत ऊंचाई तक जाने की, मंजिल छोटी नहीं, हो बड़ी ..
सफलता मिलेगी जरूर मुसाफिर, छोटी के बाद ही हमेशा बड़ी ..
चलना होगा चाहे सबसे अलग हो राह, कि मंजिल तेरी छोटी नहीं, है बड़ी ..
एकला चला चल भले, रूकना - थकना नहीं, मंजिल मिलेगी तुझे छोटी नहीं, बड़ी ..
आंखें खुली रख, सोच को दे नई आजादी, थमे नहीं क़दम, भले कामयाबी अभी छोटी हो या बड़ी ..
खुशखबरी खुशियों की ही आयेंगी हर पल, मेहनत
तेरी आज छोटी हो या बड़ी !!
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