शेर को हराना और हमे डराना, किसी के बस की बात नही। हम वहाँ खड़े होते हैं , जहाँ matter बड़े होते हैं । मत बनना हमारे सामने दादा , वरना मारेंगे काम और घसीटेंगे ज्यादा ।।
सामने तो आओ ज़रा तुम ख़ार चुभाने वालो l छुप कर ना करो वार ज़ालिम ऐ ज़माने वालो l l ख़ंजर मैं तुम्हें देता हूँ लो क़त्ल करो मेरा l इक बार सता लो बस अय रोज़ सताने वालो l l