उसके आने के अन्देशे तक से भी जब तुम अन्जान थे,
तब से वो मेरा अभिमान है।
तुम तैय्यार भी हो या नही, ये तुम्हारी समस्या थी
पर तब तक वो बन चुकी मेरे शरीर का हिस्सा थी।
तू जाने या तेरा ईमान, तुने जो किया,
मैने 36 घंटे दर्द सह कर था उसे जन्म दिया।
शरीर से अंग अलग कर रहे हो इतनी सी अकल है,
जरा गौर करो पृकृति के नियमों मे दखल है।
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