धर्म की कट्टरता पर कब तक खून बहाओगे ,
अब भी समय है ,अपनी भूल को समझो,
तभी दोबारा खुल कर जी पाओगे,
धर्म नहीं सिखाता आपस में बैर करना,
धर्म सिखाता है आपस में प्रेम करना।
जब तक मनुष्य ये बात समझे ,
तब तक कही बहुत देर ना हो जाये ।
जब तक मनुष्य ये हालात समझे ,
तब तक कही ये दिन ना ढल जाए।
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