इतिहास तो कल बता दिया ,आज वर्तमान बताते है ,
कैसा है शहर मेरा,चलो तुम्हे घुमाते है
बस स्टैंड पहुंच कर ,बाहर की और प्रस्थान किया ,
सामने देख गुजरी महल ,वही चलने का प्रोग्राम किया ,
थोड़ी देर घूमे फिरे ,फिर जा जिंदल पार्क आराम किया ,
आसमान में देख तिरंगा ,दिल मेरा हर्षाया है ,
उठा सर सैल्यूट किया ,सम्मान में सर झुकाया है ,
नम्बर वन है ऑटोमार्केट ,ये सम्मान भी पाया है ,
चलते है अब सनसिटी ,जहाँ फ़िल्म दिखायेगें ,
घूम फिर करेंगे मस्ती ,देखने शीशमहल भी जाएंगे ,
टैंक खड़े है जहाँ गेट पे ,वो युद्ध जीत निशानी है ,
वतन मोहोबत में बीते,इनकी जिंदगानी है ,
चलो अब वापिस शहर का रुख किया जाये ,
जा टाउन पार्क ,थोड़ा सुस्ता लिया जाये ,
हो गई शॉपिंग PLA से ,अब आगे जाना है ,
क्यों है मटका चौक ,ये राज बताना है ,
बन्द पड़ी सुरंग की अपने एक कहानी है
जो लिए तलवार बैठी घोड़े पे ,वो झाँसी की रानी है ,
चलो तुम्हे यूनिवर्सिटी घुमाते है ,है नम्बर वन एशिया में ये बताते है ,
जाट कॉलेज की क्या बात करे ,वहाँ यारो की यारी है ,
पढ़ाई भी है अच्छी ,पर बदमाशी भी भारी है ,
रुक नागौरी गेट ,कुल्फी मदान की खाते है ,
जलेबी गोहाना वाले की ,घर लेकर जाते है ,
गुरुद्वारे आगे हमको सर झुकना है,
पकड़ बस ,अब वापिस घर को जाना है ,
रुको जरा ,जिंदल ज्ञान केंद्र की सैर कराते है ,
एक बार फिर पूरा हिसार दिखाते है ,
जय हरियाणा जय हरियाणवी
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