QUOTES ON #KHUDKEBLOGSE

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Trending | Latest
14 JAN 2017 AT 7:55

न आगाज़, न अंजाम...!

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13 JAN 2017 AT 22:22

जवाब क्या देते...।

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13 JAN 2017 AT 17:55

आज उजाला होगा ....।

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15 JAN 2017 AT 10:30

कभी बेपरवाह सा, कभी अपना सा..
बस तेरे साथ से, वो पल था जुदा सा ..!

कभी बेवक्त सा, कभी सख्त सा..
बस तेरे साथ से, वो वक़्त था ठहरा सा ..!

कभी बेमतलब सा, कभी खुरदुरा सा..
बस तेरे साथ से, वो एहसास था मखमली सा ..!

ढलती शाम सी, बदलते मौसम सा..
बस तेरे साथ से, वो लम्हा था ज़िन्दगी सा ..!

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25 JAN 2017 AT 10:32

कलम और स्याही....

सोच की कलम और जज्बातों की स्याही से,
कभी पन्नों पर एहसासों का इन्द्रधनुष खिलता था।

कभी लिख कर तो कभी चित्रित कर,
हर रंग का किस्सा उन पन्नों पर उकेरता था।

अब वही स्याही कुछ ग़मज़दा सी हो गयी,
जिससे कभी मोहब्बत के अफ़साने लिखते थे।

अब उस कलम की भी हिम्मत टूट गयी,
जिससे कभी रूमानियत का समां बुनते थे।

आख़िरकार कलम ने पूछा स्याही से,
क्या हमारे रिश्ते का यही वजूद लिखा था।

स्याही ने आह भरकर जवाब में कहा,
पन्नों पर बिखरे रिश्तों का यही मंज़र होना था।

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11 JAN 2017 AT 15:19

Milo tum aksar kuch alag andaaz se..
Ya to zindagi ban ke. Ya manzil ban ke.
Milkar fir thahar jao alag andaaz se..
Ya to manzar ban ke. Ya lamha ban ke.

मिलो तुम अक्सर कुछ अलग अंदाज़ से..
या तो ज़िन्दगी बन के, या मंज़िल बन के..!
मिलकर फिर ठहर जाओ अलग अंदाज़ से..
या तो मंज़र बन के, या लम्हा बन के..!!

Zindagi ban gayi to manzil bhi mil jayegi..
Tere saath bitaaye lamhe..
Khud misaal-e-manzar kahlaayegi..!
Tum bikharna bhi to mujhpe hi bikharna..
Ya to libaas ban ke. Ya jism ban ke.
Aur simatnaa bhi mujhme befikar hokar..
Ya to rooh ban ke. Ya saans ban ke.

ज़िन्दगी बन गयी तो मंज़िल भी मिल जायेगी..
तेरे साथ बिताये लम्हे,
खुद मिसाल-ए-मंज़र कहलाएगी..!
तुम बिखरना भी तो मुझपे ही बिखरना..
या तो लिबास बन के, या जिस्म बन के..!
और सिमटना भी मुझमे बेफिक्र होकर..
या तो रूह बन के, या साँस बन के..!!

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11 JAN 2017 AT 20:06

बदलते वक़्त...

आज ज़माने में हर किसी के अंदाज़ बदले हैं..
कोई नज़र-अंदाज़ है तो कोई मसरूफ़ियत में बदले हैं..

सब अपनी अहमियत से बखूबी वाकिफ़ हैं..
इस मिजाज़ में सब एक दूजे से मिले बगैर बदले हैं..

इंसान हूँ और तमाम जद्दोजहद है ज़हन में..
इस खुमारी में हर किसी के तेवर बदले हैं..

2 घडी बेवफ़ाई को तू भी आज़मा ले ऐ साक़ी..
यहाँ तो हमराज़ ने भी कई बिस्तर बदले हैं...!!

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15 JAN 2017 AT 12:01

साथ चलते हैं...!

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14 JAN 2017 AT 20:07

छोड़ दे...।

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14 JAN 2017 AT 18:11

मोहब्बत नहीं मिलती..!



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