रख हौसला तू भी तेरा वक़्त आएगा,
रहेगा याद सबको वो एक दौर आएगा
यूँ तप रहा है लोहे सा आंच पर आज तू
निखरेगा कुंदन सा सबको नजर आएगा
छोड़ फ़िक्र ज़माने की, क्या सोचता वो
देख तुझे वो सर झुकाता नज़र आएगा
बनी हैं जो मुश्किलें तेरी इस वक़्त में
वक़्त लगेगा, पर पार जरूर तू जाएगा
ठहरा कहाँ है किसीका बुरा वक़्त कभी
बढ़ता चल ये सब भी गुज़र ही जाएगा
नीयत न बदल न रख खुद को अंधेरे में
बना ख़ुद को आइना सब नज़र आएगा
रख हौसला तू भी तेरा वक़्त आएगा
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